कविता और सोनू का मासूम सा प्यार वासना से लबरेज इच्छाओं में तब्दील हो जाता है। उनकी घरेलू मुलाकात भावुक चुंबनों से आगे बढ़ती हुई पीछे की क्रिया से स्पष्ट होती है, जो विस्फोटक ओर्गास्म में परिणत होती है। इस भारतीय किशोरी के पहले प्यार का स्वाद कच्चे जुनून और बेहिचक आनंद से भरा है।